धर्म उस आग की जो प्रत्येक मनुष्य के, अंदर जलती है ज्वाला को प्रज्वलित, करने में सहायता करता है। Sarvepalli Radhakrishnan
'चलो फिर से आज वह नज़ारा याद कर ले, शहीदों के दिल में थी वो ज्वाला याद करले, जिसमे बहकर आज़ादी पहुंची थी किनारे पे देशभक्तो के खून की वो धारा याद करले..'